मातृ एवं नवजात मृत्यु दर में कमी लाने अनुगामी’ पहल का हुआ शुभारंभ
📝खरगोन से ब्यूरो चीफ अनिल बिलवे की रिपोर्ट…
खरगोन 16 जुलाई 2025। स्वास्थ्य विभाग खरगोन और अंतरा फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से अनुगामी पहल का शुभारंभ किया गया। इस पहल का उद्देश्य ज़िले में मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को कम करना है। यह अभिनव प्रयास एक रियल टाइम कोऑर्डिनेशन ट्रैकर के माध्यम से स्वास्थ्य व्यवस्था में समयबद्ध और प्रभावी समन्वय को सुनिश्चित करेगा, जिससे उपचार में होने वाली देरी को रोका जा सकेगाकृजो मातृ और नवजात मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है।
इसी क्रम में अंतरा फाउंडेशन द्वारा आराध्य जीवन के अंतर्गत ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स का आयोजन भी किया गया। जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य संस्थाओं के स्तर पर नर्सिंग अधिकारियों की क्षमता वृद्धि, उचित केस मैनेजमेंट तथा संस्थान स्तर पर रेफरल दर को कम करना है। यह प्रशिक्षण आने वाले समय में संस्थागत प्रबंधन को सशक्त बनाकर मातृ एवं नवजात मृत्यु दर में कमी लाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएस सिसौदिया, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. इंदिरा, सभी खंड चिकित्सा अधिकारी, एसएनसीयू प्रभारी डॉ. पवन पाटीदार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रतिक, जिला समन्वयक सोनल गुर्जर, आरबीएसके समन्वयक श्री विनोद पवार, अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी श्री अरविंद वर्मा और श्री प्रमोद जोशी, जिला मातृ स्वास्थ्य समन्वयक, नर्स मेंटर्स, सभी विकासखंड बीपीएम, बीसीएम, बीईई, लेबर रूम प्रभारी, सुमन डेस्क पर्यवेक्षक तथा एम्बुलेंस कोऑर्डिनेटर सहित अनेक स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिकाएं और जिम्मेदारियाँ स्पष्ट की गईं, जिससे विभागों के बीच बेहतर तालमेल बन सके और लक्षित उद्देश्यों की पूर्ति में सहयोग मिल सके। स्वास्थ्य विभाग एवं अंतरा फाउंडेशन द्वारा लिया गया यह संयुक्त कदम न केवल प्रणालीगत सुधार की दिशा में है, बल्कि यह मातृ और नवजात जीवन की रक्षा के लिए एक निर्णायक प्रयास भी है। आने वाले समय में अनुगामी और अर्धया जैसी पहलों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाया जाएगा और खरगोन को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक मॉडल ज़िला बनाने की दिशा में यह मील का पत्थर साबित होगा।